शनिवार, 4 जून 2011

आईएसआई भेज रही घुसपैठिए


आईएसआई भेज रही घुसपैठिए 





 बाड़मेर अति संवदेनशील मानी जाने वाली पश्चिम राजस्थान से सटी अंतरराष्ट्रीय सरहद पर दो साल के अंतराल के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेन्सी आईएसआई ने एक बार अपनी कुदृष्टि गड़ा दी है। इस बार आईएसआई ने राजस्थान से सटे बॉर्डर पर फोकस कर बड़े स्तर पर घुसपैठ की तैयारी की है। इसका खुलासा हाल ही खुफिया रिपोर्टो में हुआ है।
इसके लिए गत 15 मई को गडरा सेक्टर के बाड़मेरवाला क्षेत्र में पकड़े गए पाकिस्तानी नागरिक को आईएसआई ने रैकी कराने के इरादे से भेजा था। सीमा पर पहले रेंजर्स वर्दी में पाक फौजियों की हलचल और अब आईएसआई की इस तैयारी से खुफिया व सुरक्षा एजेन्सियां अधिक सतर्क हो गईं है।
खुफिया सूत्रों के अनुसार सितम्बर 2009 में बाड़मेर के निकट मारूड़ी गांव में आरडीएक्स व हथियारों का जखीरा मिला था। यह सामान बब्बर खालसा ने आईएसआई के सहयोग से सीमा के इस पार पहंुचाया था। इसके बाद आई.एस.आई. की गतिविघियां कुछ समय के थम गई थी। गत दो मई को पाकिस्तान में अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद आईएसआई ने पुन: अपना ध्यान राजस्थान से सटी सीमा पर केन्द्रित किया।
इसके तहत श्रीगंगानगर व बाड़मेर क्षेत्र में एक-एक घुसपैठिया पकड़ा गया था। इनमें से बाड़मेर में गत 15 मई को पकड़े गए पाकिस्तान के शाकर जिले के नियाज मोहम्मद शेख ने संयुक्त पूछताछ में कई खुफिया जानकारियां दी। इसी तरह बाड़मेर के गडरा रोड के निकट गत 26 मई को चटगांव (बांग्लादेश) निवासी मोहम्मद आलम हुसैन पुत्र सना अलाहा तथा कोलकाता निवासी सैफूल पुत्र बावल निवासर पकड़ गए थे। आलम के पास 90 हजार ईरानी व इजरायली मुद्रा मिली थी। दोनों पाकिस्तान जाने की फिराक में थे।
घुसपैठियों के पास संदिग्ध सामान
एक माह में पकड़े गए घुसपैठियों के पास तारबंदी काटने का कटर, विदेशी मुद्रा, करंट जांच का टेस्टर व मिट्टी हटाने के उपकरण मिले थे। एजेन्सियों को अंदेशा है कि घुसपैठियों को तैयार कर यहां भेजा जा रहा है।
अलर्ट के बावजूद घुसपैठ
ओसामा की मौत के बाद सीसुब ने विशेष अलर्ट जारी कर रखा है। इसके बावजूद घुसपैठ की दो तीन घटनाओं ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है।
एक माह में दो बार घुसपैठ
-15 मई: बाड़मेर के गडरा सेक्टर में बाड़मेर वाला के पास पाकिस्तान के शाकर जिला निवासी नियाज मोहम्मद शेख पकड़ा तारबंदी फांदकर भारत में आ गया था। सगुरालिया गांव में उसे ग्रामीणों पकड़ कर सीसुब को सौंपा था।
-19 मई: हिन्दूमल कोट क्षेत्र में मदनलाल चौकी के पास पाकिस्तान के गुजरांवाला निवासी जेतूरहमान तारबंदी पार कर भारत आया।

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