बुधवार, 8 जून 2011

यहां काले अंग्रेजों का राज, १६ अगस्त से फिर होगा अनशन, तस्वीरों में देखिए

यहां काले अंग्रेजों का राज, १६ अगस्त से फिर होगा अनशन


















राजघाट (नई दिल्ली). समाजसेवी अन्ना हजारे आज राजघाट पर दिन भर का अनशन कर रहे हैं और इसके मद्देनर पुलिस-प्रशासन का पसीना छूट रहा है। पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। यहां तक कि अनशन स्‍थल पर बाहर से पानी का जार तक ले जाने की मनाही है। इससे भीषण गर्मी में लोगों को मुश्किल हो रही है।

अन्‍ना ने अपने भाषण में कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरे देश में लड़ाई छेड़ने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि लोकपाल बिल के लिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने सरकार को आगाह किया कि यदि लोकपाल बिल पर कोई सहमति नहीं बनती तो वे फिर से १६ अगस्त से जंतर मंतर पर अनशन पर बैठेंगे। यह अनशन मरते दम तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव के समर्थकों पर रामलीला मैदान में हुआ लाठीचार्ज लोकतंत्र पर कलंक है। उन्होंने इसकी तुलना स्वतंत्रता संग्राम के लिए चल रहे आंदोलन के समय हुए जलियांवाला  बाग कांड से की।

अन्ना हजारे ने राजघाट पर कहा कि देश से गोरे गए और काले अंग्रेजों के हाथों में शासन आ गया। देश को असली आजादी अभी भी नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि सरकार और जनता अलग अलग नहीं हैं बल्कि एक हैं। लेकिन सरकार मालिक नहीं है, बल्कि जनता की सेवक है। उन्होंने लोकपाल और भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे आंदोलन को आजादी की दूसरी लड़ाई बताया। उन्होंने कहा कि आज सत्ता का विकेंद्रीकरण जरुरी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार लोकपाल ड्राफ्ट कमेटी के सदस्यों पर अनावश्यक दबाव डालने की कोशिश कर रही है। सरकार ने इन सदस्यों पर गलत आरोप लगाए।

अन्ना आज राजघाट पर दिन भर का अनशन कर रहे हैं। यह रामलीला मैदान में हुई पुलिस कार्रवाई के विरोध में हैं। अनशन में शामिल होने के लिए भारी संख्या में अन्‍ना के समर्थक जमा हुए हैं। अन्ना के समर्थन में चेन्नई, बंगलुरु, कोलकाता और मुंबई सहित कई स्थानों पर जनता अनशन कर रही है। अनशन शुरू करने से पहले अन्‍ना राजघाट पर बापू की समाधि पर गए और उन्‍हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

लोकपाल ड्राफ्ट कमेटी के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जनता ने नेताओं को चुना है सेवा के लिए मालिक बनने के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब बीजेपी और कांग्रेस हिसाब दें कि वे किस किस से कितना दान लेते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने अन्ना और बाबा रामदेव के साथ धोखा दिया है।

पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने सबसे पहले समर्थकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश आज कुर्बानी मांग रहा है। उन्होंने कहा कि देश में एक सिस्टम बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ व्यापक मुहीम चलाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि देश में फैले व्यापक भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे इसे दूसरा स्वतंत्रता आंदोलन बताते हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ देश में कोई सख्त कानून ही नहीं है। किरण बेदी ने कहा कि जब नेता अपनी भूमिका के साथ न्याय नहीं कर सके तो सिविल सोसायटी के सदस्यों को आगे आना पड़ा।

अनशन शुरु होने के पहले अन्ना हजारे ने कहा कि अनशन स्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल लगाना गलत है और प्रशासन जनता को डराने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि उनका अनशन शांतिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अनशन से लोकतंत्र को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक हकों की लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण अनशन करना उनका अधिकार है।

आज सुबह से ही उनके समर्थक वहां जमा होना शुरु हो गए। राजघाट के आसपास बड़ी संख्या में सशस्त्र पुलिस बल तैनात है। दिल्ली के पुलिस कमिश्नर खुद सुबह अनशन स्थल पर पहुंचे और उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। धरने में शामिल होने आ रहे समर्थकों के वाहन अंबेडकर स्टेडियम के पास ही रोक दिए गए, जिससे उन्हें करीब डेढ़ किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। लेकिन इससे समर्थकों का उत्साह कम नहीं हुआ। अनशन स्थल पर मौजूद कई लोगों ने आरोप लगाए कि उन्हें पुलिस ने रोका। 

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