बुधवार, 8 जून 2011

एक साल में 20 लोगों के हांथों बेची गई बंगाली युवती


जोधपुर. अनैतिक काम करने वालों के जाल में फंसी एक बंगाली युवती की यह रूह कंपा देने वाली हकीकत है कि 20 साल की उम्र में वो 20 बार बेच दी गई। पश्चिम बंगाल के सिरपुर काजीवाड़ा की रहे वाली इस युवती को एक साल पहले उसे एक युवक से प्यार हो गया, लेकिन उसके प्रेमी ने दो दिन बाद ही उसे अनैतिक कार्य में धकेल दिया।

इसके बाद वो अहमदाबाद, सूरत और वापी में आगे से आगे बिकती गई। चार जून को यह युवती जोधपुर के बासनी थाना क्षेत्र में संदिग्ध हालात में मिली। बासनी थानाधिकारी मुमताज खां ने बताया कि उसे असहाय लोगों की मददगार संस्था करुणामय के सुपुर्द कर दिया गया। अपने माता-पिता की तीन बेटियों में यह युवती दूसरे नंबर की है। किसी भी सवाल पर वह रो पड़ती हैं। उसे जोधपुर पहुंचने के बारे में भी कुछ पता नहीं।

वो सब कुछ भूल कर अब अपने घर जाना चाहती है। उसे परिजनों का इंतजार है, ताकि वह अपने घर जा सके। करुणामय संस्था के अध्यक्ष बीएन भूतड़ा ने बताया कि युवती के परिजनों से संपर्क किया गया है। परिजन इतने गरीब हैं कि जोधपुर आने का किराया भी उनके पास नहीं है। ऐसे में संस्था ने उनके आने-जाने का किराया वहन करने का आश्वासन दिया तो परिजन जैसे-तैसे जोधपुर आने को राजी हुए।

प्रेमी ने ही दिया धोखा: युवती के अनुसार उसे सिरपुर के ही एक युवक मुन्ना ने प्यार के जाल में फंसाया। दो-तीन दिन एक घर में रखा और राज नाम के युवक को 20 हजार रुपए में बेच दिया। राज ने उसे वापी में 15 हजार रुपए में बेच दिया। वापी में दिलीप नामक युवक ने उसे तीन-चार दिन रख कर सूरत में बाबा नाम के युवक को 20 हजार में बेच दिया।

बाबा ने उसे अहमदाबाद के एक युवक को 25 हजार में बेचा। यह सिलसिला लगातार चलता रहा। युवती के अनुसार वापी और सूरत में तो उसे कई बार यातनाएं दी गईं। कुछ लोगों ने उस पर दया करके खाने के अलावा पहनने को कपड़े भी दिए। बंगाल से सूरत, वापी, अहमदाबाद, वड़ोदरा के अलावा भी वो कई स्थानों पर गई, लेकिन उसे जगह का पता नहीं चला।

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