गुरुवार, 30 जून 2011

ॐ सांई राम……… … साईबाबा की दिव्यशक्ति से महातीर्थ बनी शिरडी~~~ ……


ॐ सांई राम………
… साईबाबा की दिव्यशक्ति से महातीर्थ बनी शिरडी~~~


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शिरडी के साईबाबा आज असंख्य लोगों के आराध्यदेव बन चुके है। उनकी कीर्ति दिन दोगुनी-रात चौगुनी बढ़ती जा रही है। यद्यपि बाबा के द्वारा नश्वर शरीर को त्यागे हुए अनेक वर्ष बीत चुके है, परंतु वे अपने भक्तों का मार्गदर्शन करने के लिए आज भी सूक्ष्म रूप से विद्यमान है। शिरडी में बाबा की समाधि से भक्तों को अपनी शंका और समस्या का समाधान मिलता है। बाबा की दिव्य शक्ति के प्रताप से शिरडी अब महातीर्थ बन गई है। 

कहा जाता है कि सन् 1854 ई.में पहली बार बाबा जब शिरडी में देखे गए, तब वे लगभग सोलह वर्ष के थे। शिरडी के नाना चोपदार की वृद्ध माता ने उनका वर्णन इस प्रकार किया है- एक तरुण, स्वस्थ, फुर्तीला तथा अति सुंदर बालक सर्वप्रथम नीम के वृक्ष के नीचे समाधि में लीन दिखाई पड़ा। उसे सर्दी-गर्मी की जरा भी चिंता नहीं थी। इतनी कम उम्र में उस बालयोगी को अति कठिन तपस्या करते देखकर लोगों को बड़ा आश्चर्य हुआ। दिन में वह साधक किसी से भेंट नहीं करता था और रात में निर्भय होकर एकांत में घूमता था। गांव के लोग जिज्ञासावश उससे पूछते थे कि वह कौन है और उसका कहां से आगमन हुआ है? उस नवयुवक के व्यक्तित्व से प्रभावित होकर लोग उसकी तरफ सहज ही आकर्षित हो जाते थे। वह सदा नीम के पेड़ के नीचे बैठा रहता था और किसी के भी घर नहीं जाता था। यद्यपि वह देखने में नवयुवक लगता था तथापि उसका आचरण महात्माओं के सदृश था। वह त्याग और वैराग्य का साक्षात् मूर्तिमान स्वरूप था। 

कुछ समय शिरडी में रहकर वह तरुण योगी किसी से कुछ कहे बिना वहां से चला गया। कई वर्ष बाद चांद पाटिल की बारात के साथ वह योगी पुन: शिरडी पहुंचा। खंडोबा के मंदिर के पुजारी म्हालसापति ने उस फकीर का जब 'आओ साई' कहकर स्वागत किया, तब से उनका नाम 'साईबाबा' पड़ गया। शादी हो जाने के बाद वे चांद पाटिल की बारात के साथ वापस नहीं लौटे और सदा-सदा के लिए शिरडी में बस गये। वे कौन थे? उनका जन्म कहां हुआ था? उनके माता-पिता का नाम क्या था? ये सब प्रश्न अनुत्तरित ही है। बाबा ने अपना परिचय कभी दिया नहीं। अपने चमत्कारों से उनकी प्रसिद्धि चारों ओर फैल गई और वे कहलाने लगे 'शिरडी के साईबाबा'। 

साईबाबा ने अनगिनत लोगों के कष्टों का निवारण किया। जो भी उनके पास आया, वह कभी निराश होकर नहीं लौटा। वे सबके प्रति समभाव रखते थे। उनके यहां अमीर-गरीब, ऊंच-नीच, जाति-पाति, धर्म-मजहब का कोई भेदभाव नहीं था। समाज के सभी वर्ग के लोग उनके पास आते थे। बाबा ने एक हिंदू द्वारा बनवाई गई पुरानी मसजिद को अपना ठिकाना बनाया और उसको नाम दिया 'द्वारकामाई'। बाबा नित्य भिक्षा लेने जाते थे और बड़ी सादगी के साथ रहते थे। भक्तों को उनमें सब देवताओं के दर्शन होते थे। कुछ दुष्ट लोग बाबा की ख्याति के कारण उनसे ईष्र्या-द्वेष रखते थे और उन्होंने कई षड्यंत्र भी रचे। बाबा सत्य, प्रेम, दया, करुणा की प्रतिमूर्ति थे। साईबाबा के बारे में अधिकांश जानकारी श्रीगोविंदराव रघुनाथ दाभोलकर द्वारा लिखित 'श्री साई सच्चरित्र' से मिलती है। मराठी में लिखित इस मूल ग्रंथ का कई भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। साईनाथ के भक्त इस ग्रंथ का पाठ अनुष्ठान के रूप में करके मनोवांछित फल प्राप्त करते है। 

साईबाबा के निर्वाण के कुछ समय पूर्व एक विशेष शकुन हुआ, जो उनके महासमाधि लेने की पूर्व सूचना थी। साईबाबा के पास एक ईट थी, जिसे वे हमेशा अपने साथ रखते थे। बाबा उस पर हाथ टिकाकर बैठते थे और रात में सोते समय उस ईट को तकिये की तरह अपने सिर के नीचे रखते थे। सन् 1918 ई.के सितंबर माह में दशहरे से कुछ दिन पूर्व मसजिद की सफाई करते समय एक भक्त के हाथ से गिरकर वह ईट टूट गई। द्वारकामाई में उपस्थित भक्तगण स्तब्ध रह गए। साईबाबा ने भिक्षा से लौटकर जब उस टूटी हुई ईट को देखा तो वे मुस्कुराकर बोले- 'यह ईट मेरी जीवनसंगिनी थी। अब यह टूट गई है तो समझ लो कि मेरा समय भी पूरा हो गया।' बाबा तब से अपनी महासमाधि की तैयारी करने लगे। 

नागपुर के प्रसिद्ध धनी बाबू साहिब बूटी साईबाबा के बड़े भक्त थे। उनके मन में बाबा के आराम से निवास करने हेतु शिरडी में एक अच्छा भवन बनाने की इच्छा उत्पन्न हुई। बाबा ने बूटी साहिब को स्वप्न में एक मंदिर सहित वाड़ा बनाने का आदेश दिया तो उन्होंने तत्काल उसे बनवाना शुरू कर दिया। मंदिर में द्वारकाधीश श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित करने की योजना थी। 

15 अक्टूबर सन् 1918 ई. को विजयादशमी महापर्व के दिन जब बाबा ने सीमोल्लंघन करने की घोषणा की तब भी लोग समझ नहीं पाए कि वे अपने महाप्रयाण का संकेत कर रहे है। महासमाधि के पूर्व साईबाबा ने अपनी अनन्य भक्त श्रीमती लक्ष्मीबाई शिंदे को आशीर्वाद के साथ 9 सिक्के देने के पश्चात कहा- 'मुझे मसजिद में अब अच्छा नहीं लगता है, इसलिए तुम लोग मुझे बूटी के पत्थर वाड़े में ले चलो, जहां मैं आगे सुखपूर्वक रहूंगा।' बाबा ने महानिर्वाण से पूर्व अपने अनन्य भक्त शामा से भी कहा था- 'मैं द्वारकामाई और चावड़ी में रहते-रहते उकता गया हूं। मैं बूटी के वाड़े में जाऊंगा जहां ऊंचे लोग मेरी देखभाल करेगे।' विक्रम संवत् 1975 की विजयादशमी के दिन अपराह्न 2.30 बजे साईबाबा ने महासमाधि ले ली और तब बूटी साहिब द्वारा बनवाया गया वाड़ा (भवन) बन गया उनका समाधि-स्थल। मुरलीधर श्रीकृष्ण के विग्रह की जगह कालांतर में साईबाबा की मूर्ति स्थापित हुई। 

महासमाधि लेने से पूर्व साईबाबा ने अपने भक्तों को यह आश्वासन दिया था कि पंचतत्वों से निर्मित उनका शरीर जब इस धरती पर नहीं रहेगा, तब उनकी समाधि भक्तों को संरक्षण प्रदान करेगी। आज तक सभी भक्तजन बाबा के इस कथन की सत्यता का निरंतर अनुभव करते चले आ रहे है। साईबाबा ने प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से अपने भक्तों को सदा अपनी उपस्थिति का बोध कराया है। उनकी समाधि अत्यन्त जागृत शक्ति-स्थल है। 

साईबाबा सदा यह कहते थे- 'सबका मालिक एक'। उन्होंने साम्प्रदायिक सद्भावना का संदेश देकर सबको प्रेम के साथ मिल-जुल कर रहने को कहा। बाबा ने अपने भक्तों को श्रद्धा और सबूरी (संयम) का पाठ सिखाया। जो भी उनकी शरण में गया उसको उन्होंने अवश्य अपनाया। विजयादशमी उनकी पुण्यतिथि बनकर हमें अपनी बुराइयों (दुर्गुणों) पर विजय पाने के लिए प्रेरित करती है। नित्यलीलालीन साईबाबा आज भी सद्गुरु के रूप में भक्तों को सही राह दिखाते है और उनके कष्टों को दूर करते है। साईनाथ के उपदेशों में संसार के सी धर्मो का सार है। अध्यात्म की ऐसी महान विभूति के बारे में जितना भी लिखा जाए, कम ही होगा। उनकी यश-पताका आज चारों तरफ फहरा रही है। बाबा का 'साई' नाम मुक्ति का महामंत्र बन गया है और शिरडी महातीर्थ~~


बुधवार, 29 जून 2011

सात आतंककारियों के मामले में फैसला 11 को

सात आतंककारियों के मामले में फैसला 11 को 
 

जोधपुर। जम्मू कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ करते हुए पकडे गए 11 आतंककारियों में से सात अफगानिस्तान नागरिकों के मामले में फैसला आगामी 11 जुलाई को सुनाया जाएगा। अनुसूचित जाति एवं जनजाति मामलात की विशिष्टि न्यायालय के न्यायाधीश अनूप कुमार सक्सेना ने बुधवार को सुरक्षा दृष्टि को ध्यान में रखते हुए इन आतंककारियों की सुनवाई केन्द्रीय कारागृह परिसर में बनी अदालत में की।

सात आतंककारियों के मामले की अंतिम बहस पूरी हो जाने पर अदालत ने फैसला 11 जुलाई तक सुरक्षित रख लिया। अदालत ने पाकिस्तानी आतंककारियों के मामले में करीब एक दर्जन गवाहों को बार-.बार तलब करने पर भी न्यायालय नहीं आने पर सभी को जमानती वारंट से तलब करने के आदेश दिए हैं।

इनके मामले में सुनवाई की अगली तारीख 26 जुलाई तय की गई है। उ“तम न्यायालय के आदेश से एक अफगानिस्तान नागरिक को पहले ही रिहा किया जा चुका है और सात के संबंध में 11 जुलाई को निर्णय सुनाया जाएगा। इसके अलावा चार आतंकी पाकिस्तान एवं पाक अधिकृत जम्मू कश्मीर के हैं और इनकी सुनवाई न्यायालय में लंबित है। 

दुनिया ने माना बापू के सत्याग्रह का लोहा

दुनिया ने माना बापू के सत्याग्रह का लोहा 
 

न्यूयॉर्क। एक तरफ भारत सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ होने वाले विरोध प्रदर्शनों को कुचलने में लगी है वहीं आजादी की लड़ाई के दौरान महात्मा गांधी की ओर से चलाए गए नमक सत्याग्रह को दुनिया सलाम कर रही है। मशहूर पत्रिका टाइम ने बापू के नमक सत्याग्रह को दुनिया को बदलने वाले 10 प्रभावी आंदोलनों की सूची में दूसरे स्थान पर रखा है।

मार्च 1930 में बापू ने अहमदाबाद के नजदीक साबरमती आश्रम से दांडी गांव तक 24 दिन का मार्च निकाला था। बापू के इस मार्च से लाखों लोग जुड़ गए थे। बापू ने यह मार्च नमक पर ब्रिटिश राज के एकाधिकार के खिलाफ निकाला था। टाइम मैगजीन ने लिखा है कि ब्रिटिश राज चाय, कपड़ा और नमक पर एकाधिकार करने में लगी थी। औपनेविशक हुकूमत के तहत भारतीय न तो नमक का उत्पादन कर सकते थे और न ही बेच सकते थे। भारतीयों को ब्रिटेन में बना नमक ऊंचे दामों पर खरीदना पड़ता था। इसके खिलाफ बापू ने दांडी मार्च निकाला। 

लड़की की हत्या कर मांस नोचकर खाया और पी डाला खून



फ्रैंकफर्ट. एक 26 वर्षीय युवक को दो किशोरों की हत्या करने, उनके शरीर के अंगों को चबाने और उनका खून पीने के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई है.
जन ओ नामक इस व्यक्ति को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है जिससे कि यह फिर कभी खुला न घूम सके. कोर्ट ने उसे मनोवैज्ञानिक की देख-रेख में रखने का आदेश दिया है.

इस व्यक्ति ने कोर्ट में स्वीकार किया कि उसने 14 साल की एक लड़की की गला दबाकर हत्या की थी, उसके गले के मांस को नोच कर खाया था और उसका खून भी पीया था. घटना के ठीक तीन दिन बाद उसने एक 13 साल के लड़के की भी हत्या कर दी. उसने कहा चूँकि उसके बाल लबे थे इसलिए उसे लगा कि वह भी लड़की है. इसी भ्रम में उसने उसकी हत्या कर दी.

 
कोर्ट ने कहा कि यह अपने आप में बेहद जघन्य और असामान्य मामला है और यह व्यक्ति समाज ले लिए खतरा है. ऐसे में इसे फिर से समाज में जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती.

दूध पिलाने वाली महिला




वाशिंगटन. यहाँ एक महिला को बेहद अजीब अपराध के लिए गिरफ्तार किया गया है. इस महिला को पुलिसवालों पर ब्रेस्ट मिल्क फेकने के आरोप में पकड़ा गया है.

30 वर्षीय स्टेफनी रोबिनेटी पर घरेलू हिंसा, मारपीट, अपमानजनक व्यवहार और पुलिस के साथ बदसलूकी करने का भी आरोप है. डेलावेयर काउंटी कोर्ट में पुलिस ने बताया कि यह महिला एक पार्टी में गई हुई थी जहाँ इसने एक व्यक्ति के साथ अभद्रता की. जब उसने विरोध किया तो रोबिनेटी ने उसे भला-बुरा कहना शुरू कर दिया. मामला बिगड़ता देख उस व्यक्ति ने पुलिस को सूचित किया.

पुलिस में आने पर उसका व्यवहार और भी बिगड़ गया. उसने धमकी दी कि वह दूध पिलाने वाली महिला है और इतना कहते ही उसने अपना दाहिना ब्रेस्ट निकाला और पुलिस वालों पर दूध छिड़कने लगी. मामला बिगड़ता देख पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

जिसने भी यह मातृप्रेम देखा, उसकी आंखें भर आईं




वढवाण। गुजरात में सुरेंद्रनगर जिले के वढवाण शहर में एक बंदर के बच्चे को बीते रविवार को कुत्तों ने मार दिया। इसी बात से गुस्साए बंदरों के झुंड ने पूरे इलाके में जमकर उत्पात मचा दिया और सैकड़ों बंदर सड़क पर उतर आए, जिससे इलाके में घंटों जाम की स्थिति बनी रही। इसके साथ ही बच्चे की मां उसे दो दिनों से सीने से लगाए घूम रही है। इस घटना की शहर भर में चर्चा है और जिसने भी यह मातृप्रेम देखा, उसकी आंखें भर आईं।

वढवाण शहर में दीवान साहब की दहली क्षेत्र में रविवार को छत पर से खेलते-खेलते यह बंदर का बच्चा नीचे गिर गया और इसी बीच वहां उपस्थित कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया।

कुछ ही देर में बंदरों का झुंड भी यहां आ गया और उसने यह दृश्य देखकर उत्पात मचा दिया। बताया जाता है कि बच्चे की मौत से सारे बंदर इतने गुस्से में आ गए कि वे घंटों तक सड़क से हटे ही नहीं और इलाके में जाम की स्थिति बन गई।

इसी बीच मृत बच्चे की मां उसे सीने से लगाकर एक मकान की छत पर चढ़ गई। लोग बताते हैं कि वह पूरे समय बच्चे को सीने से लगाए रखती है और जहां भी जाती है बच्चे को साथ लेकर जाती है और अब वह बच्चे को अपने से अलग नहीं होने देना चाहती। बताते हैं कि शहर में जिसने भी यह दृश्य देखा, वह दुखी हुए बिना नहीं रह सका।

इलाके के लोग बताते हैं कि बच्चे की मौत के बाद से ही मां भूखी-प्यासी घूम रही है। उसे खाने की कई चीजें दी गईं लेकिन उसने कुछ भी नहीं खाया, बस हर थोड़ी-थोड़ी देर में वह अपने मृत बच्चे को निहारती रहती है।

प्रेमी संग मिलकर की बहन की हत्या

टीकमगढ़ ।। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में प्रेमी के साथ संदिग्धावस्था में पकड़ी गई एक युवती ने अपनी बहन की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी युवती और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस के अनुसार ओरछा थाने की राजघाट कॉलोनी में रहने वाली अमृता नाम की किशोरी की 27-28 जून की मध्यरात्रि में हत्या कर दी गई थी। पुलिस को संदिग्ध हालात में हुई इस हत्या का शक परिवार के ही किसी सदस्य पर था।

ओरछा थाने के प्रभारी संजीव नयन शर्मा के मुताबिक पुलिस को पूछताछ करने पर पता चला कि अमृता की हत्या उसकी विवाहित बहन अर्चना ने की है। अर्चना ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि अमृता ने उसे (अर्चना) प्रेमी प्रदीप के साथ संदिग्ध हालत में देख लिया था और वह परिजनों से इसकी शिकायत करने की बात कह रही थी। इसी के चलते उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर सोते समय अमृता के सिर पर हथौड़ा मारकर उसकी हत्या कर दी। ओरछा पुलिस ने दोनों आरोपियों अर्चना व उसके प्रेमी प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया है।

अब आपकी चव्वनी नहीं चलेगी

अब आपकी चव्वनी नहीं चलेगी 


मुम्बई। गुरुवार यानी 30 जून के बाद बाजार में 25 पैसे का सिक्का 'चवन्नी' नहीं दिखेगी। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने एक-दो महीने पहले एक वक्तव्य जारी कर लोगों को सूचना दी थी कि 30 जून के बाद 25 पैसे और उससे कम मूल्य के सिक्कों का बाजार में प्रचलन कानूनी रूप से प्रतिबंधित होगा।
आरबीआई ने एक वक्तव्य में कहा है कि 30 जून के बाद 25 पैसे और उससे कम मूल्य के सिक्के वैध निविदा नहीं रहेंगे। एक जुलाई 2011 और इसके बाद से बैंकों में इन्हें देकर इनके स्थान पर अधिक मूल्य के सिक्के नहीं लिए जा सकेंगे। केंद्र सरकार ने सिक्का अधिनियम, 1906 की धारा 15ए का इस्तेमाल करते हुए 25 पैसे और उससे कम मूल्य के सिक्कों को बाजार से वापस लेने का निर्णय लिया है।
लंबे समय पहले ही सरकार ने 25 पैसे से कम मूल्य के सिक्कों को बाजार से वापस ले लिया था। इसकी वजह यह थी कि उनकी ढलाई में उन पर अंकित मूल्य से कहीं अधिक का खर्चा आता था। वैसे चवन्नी के इतने बुरे दिन कभी नहीं आए। बल्कि एक जमाने में तो जब चार आने हुआ करते थे तब चवन्नी की बाजार में बड़ी ताकत होती थी।
देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस की तो सदस्यता भी मिल जाया करती थी। चवन्नी पर एक जमाने में अंग्रेजी हुकूमत की छाप हुआ करती थी। चवन्नी चांदी से बनती थी। अंग्रेजों के जाने के बाद भी बरसों तक ये छाप बनी रही। 1957 में 'इंडियन क्वाइंज एक्ट-1906' में बदलाव के बाद चवन्नी का देसीकरण हुआ। 25 पैसे के सिक्के ने चार आने की जगह ले ली। 1982 में एशियाड गेम्स हुए तो चवन्नी को उसका प्रतीक भी बनाया गया।

दारा सिंह के पोते पर रेप का आरोप,गिरफ्तार

दारा सिंह के पोते पर रेप का आरोप,गिरफ्तार 
 

मेरठ। मशहूर पहलवान रहे फिल्म अभिनेता दारा सिंह के पौत्र विजय सिंह रंधावा और उसके साथियों को उत्तर प्रदेश के मेरठ के एक होटल में मंगलवार रात एक युवती से दुष्कर्म का प्रयास करने के आरोप में गिरफतार किया गया। पुलिस के अनुसार होटल क्रिस्टल पैलेस के बेसमेंट में रात को सेना के एक मेजर की बेटी का विवाह समारोह था।

होटल में विजय और उसके तीन साथी शराब पी रहे थे। इस बीच मेजर की एक भांजी बाथरूम में गई तो उसके पीछे-पीछे विजय और उसके साथी भी चले गए। उन्होंने युवती को बाथरूम में दबोच कर बाथरूम की कुंडी बंद कर दी और दुष्कर्म का प्रयास किया जिसके बाद युवती ने शोर मचा दिया। पुलिस ने बताया कि शोर सुनकर बारात में आये लोगों ने किसी तरह बाथरूम का गेट खुलवाकर युवती को बाहर निकाला और तीनों युवकों की जमकर पिटाई भी की।बाद में पुलिस को बुलाकर तीनों को उसके हवाले कर दिया गया। 

मैं लोकपाल के दायरे में आने को तैयार: मनमोहन

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नई दिल्ली।। मनमोहन सिंह ने खुद को कमजोर प्रधानमंत्री करार दिए जाने को विपक्ष का चालाकी भरा दुष्प्रचार करार दिया है। प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में लाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे इसमें कोई एतराज नहीं है, लेकिन मंत्रिमंडल में मतभेद हैं। हालांकि जजों को लोकपाल के दायरे में लाए जाने के सवाल पर उन्होंने साफ-साफ कहा कि ऐसा करना संविधान की मूल भावना के खिलाफ होगा।

प्रिंट मीडिया के कुछ चुनिंदा संपादकों के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ब्लैक मनी, टैक्स चोरी और भ्रष्टाचार से निपटने के लिए सभी संभव उपाय करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन यह सब एक बार में ही नहीं हो सकता। उन्होंने रामदेव के समर्थकों पर रामलीला मैदान में हुई पुलिस कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण बताया लेकिन कहा कि इसके अलावा कोई विकल्प नहीं था।

वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी के ऑफिस में जासूसी पर किए गए सवाल के जवाब में मनमोहन ने कहा कि उन्होंने ऑफिस में संदिग्ध जासूसी की शिकायत की थी और मैंने इंटेलिजेंस ब्यूरो को जांच के आदेश दे दिए थे। अब यह अध्याय बंद हो चुका है।

उन्होंने कहा, हमें एक मजबूत लोकपाल की जरूरत है, लेकिन यह रामबाण नहीं है। हमने लोकपाल के मामले में एक रास्ता ढूंढ निकाला है और आम सहमति बनाने का प्रयास करेंगे। मुझे अपने आप को लोकपाल विधेयक के दायरे में लाने में कोई हिचक नहीं है लेकिन मेरे मंत्रिमंडल के कुछ सदस्य महसूस करते हैं कि प्रधानमंत्री के पद को लोकपाल के दायरे में लाने से अस्थिरता पैदा होगी। हालांकि प्रधानमंत्री पद को लोकपाल के दायरे में लाने को तैयार मनमोहन सिंह जजों के सवाल पर अड़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायपालिका को लोकपाल के दायरे में नहीं लाया जा सकता। इससे बहुत सारी जटिलताएं पैदा हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि यह संविधान की भावना के खिलाफ होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार सिविल सोसायटी के लोगों से बात करेगी लेकिन कोई भी समूह इस बात पर जोर नहीं दे सकता कि उनके विचार अंतिम हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में फेरबदल पर चर्चा जारी है लेकिन उन्होंने इस बात का खुलासा करने से इंकार कर दिया यह कब तक होगा।

उन्होंने मीडिया की आलोचना करते हुए कहा कि यह आरोप लगाने वाला, अभियोजक और जज' बन गया है। मनमोहन ने यह भी कहा कि मुझे सोनिया गांधी से भरपूर सहयोग मिला, वह कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में बेहतरीन ढंगसे काम कर रही है।

पितृदोष मिटाने का मुआवजा 11 लाख देकर भरा

पितृदोष मिटाने का मुआवजा 11 लाख देकर भरा 
 

जयपुर। दो ठगों ने एक ज्वेलर को पितृ दोष्ा का भय दिखाकर करीब 11 लाख रूपए ठग लिए और चलते बने। दोनों के जाने के बाद जब ज्वेलर ने घर संभाला तो पूरा माजरा समझ में आया। मामला मोती डूंगरी थाना इलाके का है। पुलिस के अनुसार भाभा मार्ग मोती डूंगरी इलाके में रहने वाले रामगोपाल की जौहरी बाजार में ज्वेलरी की दुकान है।

रामगोपाल को उसके किसी परिचित ने घर में पितृदोष्ा होने की जानकारी दी। बाद में उसने ही जानकार दो पंडितों को पूजा करने के लिए घर बुलाया। दोनों पंडितों ने रामगोपाल को उनके पुरखों के नाम से खूब डराया-धमकाया। दोनों ने रामगोपाल को बताया कि घर के पुरखे नाराज है, इसी कारण घर में बरकत नहीं
है। पैसा आता तो है लेकिन रूकता नहीं है।

पंडितों की बातें सुनकर रामगोपाल बुरी तरह से डर गया। बाद में उसने दोनों पंडितों को पूजा कराने के लिए कहा। पूजा कराने के लिए पंडितों ने करीब पंद्रह लाख रूपए का खर्चा बताया।

रामगोपाल ने पंडितों के बताए अनुसार तैयारी की और पीएनबी बैंक में अपने खाते से ग्यारह लाख रूपए निकाले और घर लाकर पूजा शुरू की। सोमवार दोपहर दोनों पंडित पूजा के दौरान ही नजर बजाकर आलमारी के पास पहुंचे और अलमारी में रखे 11 लाख रूपए निकाल कर चलते बने। रामगोपाल ने देवीलाल और फूलचंद्र के खिलाफ दर्ज कराया है। 

पच्चीस दिन में बुना गया हत्या का ताना-बाना

पच्चीस दिन में बुना गया हत्या का ताना-बाना 
 

जयपुर। प्रेमियों के साथ रोज की मुलाकात में बाधा बने अपने माता-पिता को ठिकाने के लगाने के लिए दोनों युवतियों और उनके प्रेमियों ने करीब 25 दिन पहले ही प्लान बना लिया था। दिल्ली में ठेकेदारी करने वाले पिता का यह तय करना कि बेटियों को विदा करने के बाद ही वह दोबारा दिल्ली जाएगा, इतना नागवार लगा कि दोनों ने प्रेमियों से मिल 17 जून की रात माता-पिता को निर्ममता से मौत के घाट उतार दिया।

कोटपूतली थाना पुलिस ने मंगलवार को करवास दंपती हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए करवास गांव निवासी भावना, उसकी छोटी बहन पपीता सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है। सातों अभियुक्तों से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनीत बंसल की अगुवाई में गठित टीम पूछताछ कर रही है। 

दिल्ली से आते ही पाबंदी लगा दी थी: सूत्रों ने बताया कि करवास गांव निवासी पप्पूराम जाट को अपने पत्नी से बेटियों के गलत रास्ते पर जाने की जानकारी मिली तो वह 25 दिन पहले दिल्ली से गांव लौट आए। घर आते ही उसने भावना और पपीता को उनके प्रेमप्रसंग के मामले को लेकर जमकर डांटा था और दोनों बेटियों के घर से निकलने पर पाबंदी भी लगा दी थी। भावना और पपीता ने अपने प्रेमियों के साथ मिलकर मां-बाप को ही ठिकाने लगाने का प्लान बना डाला।

एक सप्ताह पहले दिल्ली से आया था ऑफर: पुलिस ने बताया कि घटना के करीब एक सप्ताह पहले पप्पू राम को दिल्ली में ठेकेदारी का एक और काम मिला था लेकिन बेटियों की करतूत पूरे गांव में फैल जाने के कारण पप्पू ने उनकी शादी करने के बाद ही दिल्ली जाने की ठान ली और उसने विराठ नगर में अपनी बेटियों सगाई भी कर दी थी। पिता यही फैसला बेटियों को इतना अखर गया कि दोनों ने माता-पिता की हत्या करने मेें संकोच नहीं किया। 

बाबा और अन्ना भाजपा के मुखौटे

अन्ना, बाबा और भाजपा निशाने पर  बाबा और अन्ना भाजपा के मुखौटे
 




जयपुर। कांग्रेस की जनजागरण रैली में पार्टी नेताओं ने जहां केन्द्र की यूपीए सरकार व प्रदेश सरकार की नीतियों की जमकर तारीफ की वहीं सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे, योग गुरू बाबा रामदेव पर जमकर निशाना साधा। रैली में कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि बाबा और अन्ना भाजपा के मुखौटे हैं। काले धन, महंगाई समेत तमाम मुद्दों पर विपक्ष के आरोपों को सिरे से नकारते हुए कांग्रेसी नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार की सफलता विपक्ष को पच नहीं रही है इसलिए वह तरह-तरह के हथकंडे अपना रहा है।

रैली को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केन्द्रीय मंत्री सीपी जोशी, केन्द्रीय मंत्री सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ चन्द्रभान सहित कई अन्य नेताओं ने संबोधित किया। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी मूकुल वासनिक और प्रभारी सचिव विवेक बंसल और दिल्ली से आए शकील अहमद ने भी रैली को संबोधित किया। इस अवसर पर लोकसभा में उपनेता शीशराम ओला, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बी डी कल्ला, डॉ. गिरिजा व्यास तथा कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। रैली में करीब प्रदेश भर से 15 हजार लोग शामिल हुए।

कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि भाजपा नेताओं के पास कोई मुददा नहीं है इसलिए वे बाबा और अन्ना जैसे लोगों का सहारा लेकर यूपीए सरकार को बदनाम करने की कोशिशों में लगे रहते हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से भाजपा के दुष्प्रचार का मुंहतोड़ जवाब देने का आह्वान किया। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि भाजपा जब सत्ता में रहती है तो अपने भ्रष्ट मंत्रियों, नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती तथा जब बाहर आती है तो उसे भ्रष्टाचार याद आता है। केन्द्र सरकार कालेधन को वापस लाना चाहती है लेकिन प्रधानमंत्री उसे जादू की तरह नहीं ला सकते।

केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री डा. सी पी जोशी ने कहा कि भाजपा ने राममंदिर, धारा 370 जैसे मुद्दे उठाए लेकिन उनसे देश नहीं चलता। देश चलाने के लिए नीति बनानी पड़ती है तथा कांग्रेस नीतियों के बल पर ही इस देश को खड़ा करना चाहती है। राज्य सरकार ने कर कम करके लोगों की कमर पर महंगाई का बोझ उतारने का प्रयास किया हैं। केन्द्रीय मंत्री एवं कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक ने अन्ना हजारे के आंदोलन के पीछे भाजपा को बताते हुए चेतावनी दी कि प्रधानमंत्री या कांग्रेस नेताओं के खिलाफ गलतबयानी करने वालों बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अन्ना हजारे जो कहेंगे वह ही सच होगा और दूसरा कहे वह गलत होगा। ऎसा नहीं चलने देंगे। 

दहेज देने वालों पर जुर्म दर्ज

दहेज देने वालों पर जुर्म दर्ज 
 

भिलाई। दहेज लेने के आरोप में वर पक्ष पर आए दिन एफआईआर होती रहती है, लेकिन छत्तीसगढ़ में दहेज देने के आरोप में वधू पक्ष पर मुकदमा कायम किया गया है। दुर्ग कोर्ट के आदेश पर छावनी पुलिस ने वधू संगीता गुप्ता और उनके माता-पिता के खिलाफ दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। राज्य में अपनी तरह का यह पहला मामला है।
खुर्सीपार निवासी संगीता ने पति देवेन्द्र गुप्ता और उनके परिजनों के खिलाफ छावनी थाना में 18 मार्च 2009 को दहेज प्रताड़ना की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच पूरी करने के बाद मामला कोर्ट में भेज दिया। इसी दौरान देवेन्द्र ने अधिवक्ता सरोज सिंह के माध्यम से कोर्ट में वधू पक्ष के खिलाफ परिवाद प्रस्तुत कर दहेज प्रतिषेध अधिनियम धारा 3 के तहत मामला दर्ज करने की अपील की।
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने परिवाद को सुनने के बाद छावनी थाने में वधू पक्ष पर मामला दर्ज करने के आदेश दिया। कोर्ट के आदेश पर 13 जून को छावनी थाने में संगीता गुप्ता, पिता महेश्वर प्रसाद एवं कौलेश्वरी देवी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।

छत्तीसगढ़ में पहला मामला


अधिवक्ता सरोज सिंह ने बताया कि दहेज देने के मामले में यह राज्य में पहला मामला है। दहेज प्रतिषेध अधिनियम की धारा 498 ए की धारा 4 का दुरूपयोग धड़ल्ले से हो रहा है। छोटे-छोटे मामले में महिलाएं ससुराल वालों पर झूठे आरोप लगा रही हैं। इस तरह न्यायालय से वधू पक्ष पर मामला दर्ज करने के आदेश के बाद लोगों की न्यायालय के प्रति आस्था बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि इससे पहले सूचना के अधिकार के तहत राज्य के सभी थानों से जानकारी इकटा की थी कि धारा 3 के तहत कितने मामले दर्ज किए गए है, लेकिन एक भी मामला सामने नहीं आया।

99 फीसदी दोषमुक्त
दुर्ग जिले में वर्ष 2000 से 2009 तक दहेज लेने के आरोप में वर पक्ष पर 1061 मामले दर्ज हुए। इनमें से 201 प्रकरण में उन्हें दोषमुक्त पाया गया। सिर्फ 17 मामलों में सजा हुई, जबकि 843 मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं। अगर दोषमुक्त परिवार और सजायाफ्ता परिवार के अनुपात को देखें तो 99.2 प्रतिशत मामले फर्जी थे।

यूथ हॉस्टल एसोसिएशन ऑफ यूनिट राठौड़ को उपाध्यक्ष बनाया

भीलवाड़ा में मंगलवार को यूथ हॉस्टल एसोसिएशन ऑफ यूनिट के चुनाव संपन्न हुए। इसमें आजाद सिंह राठौड़ को उपाध्यक्ष बनाया गया। बाड़मेर यूनिट के चेयरमैन आजाद सिंह के निर्विरोध उपाध्यक्ष निर्वाचित होने पर यूनिट के सचिव देवाराम चौधरी, कोषाध्यक्ष लालसिंह व उपाध्यक्ष गेमर सिंह, किसन सिंह, अनुप सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया। वाईएचएआई राज्य का स्थापना दिवस 26 अगस्त को मनाया जाएगा इसमें डेजर्ट -ट्रेकिंग, गोवा ट्रेकिंग, हिमालयन ट्रेकिंग व फैमिली कैंपिंग के बारे में चर्चा की जाएगी।

बाड़मेर न्यूज़ बॉक्स .........आज की तजा खबरे

टांके में गिरने से अध्यापिका की मौत 
 

चौहटन. पुलिस थाना चौहटन क्षेत्र के आदर्श धारासर गांव में सोमवार को एक अध्यापिका की टांके में गिरने से उसकी मौत हो गई। हालांकि पीहर पक्ष द्वारा इस मामले में संदेह जताने पर मंगलवार को शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया।

पुलिस के अनुसार मोहनराम निवासी आदर्श धारासर ने मामला दर्ज करवाया कि उसकी पत्नी कमला (30) घर के पास बने टांके पर पानी भरने गई थी, जहां पांव फिसलने से वह टांके में गिर गई जिससे उसकी डूबने से मौत हो गई। इधर,पीहर पक्ष द्वारा इसमें संदेह व्यक्त किया, जिस पर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। कमला की शादी दस वर्ष पहले हुई थी तथा वह दो बच्चों की मां है। कमला अपनी ढाणी से दो किलोमीटर दूर एक शिक्षाकर्मी विद्यालय में शिक्षिका के पद पर कार्यरत थी। 



करंट से पोस्टमैन की मौत 
 
बालोतरा। मंडली थानांतर्गत रोडवा खुर्द गांव में करंट की चपेट में आने से पोस्टमैन की मौत हो गई। रोडवा खुर्द निवासी मृतक सत्यनारायण (45) पुत्र धनराज जोधपुर जिले के चोखा गांव मे डाकघर में पोस्टमैन के पद पर कार्यरत था।

इन दिनों वह अपने गांव आया हुआ था। मंडली थानाधिकारी रेवंतसिंह भाटी के अनुसार मंगलवार सुबह बाथरूम में नहाने के बाद कपड़े सूखाते समय तणी में करंट प्रवाह के चलते सत्यनारायण करंट की चपेट में आ गया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक के चचेरे भाई मांगीलाल पुत्र बालूराम की रिपोर्ट पर पुलिस ने मर्ग के तहत मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सुपुर्द किया। 

हत्या का फरार आरोपी गिरफ्तार 
 

बालोतरा। मंडली थानांतर्गत कोरणा गांव में भूखंड पर विवाद को लेकर गत वर्ष एक व्यक्ति की हुई हत्या के मामले में पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।

थानाधिकारी रेवंतसिंह भाटी के अनुसार 28 मार्च 2010 को कोरणा गांव में भूख्ंाड पर कब्जे के विवाद को लेकर दो पक्षों मे झगड़ा हुआ था। मोहनलाल पुत्र भींयाराम वगैरह ने डोली गांव के कुछ लोगों की मदद से विरोधी पक्ष के लोगों पर जानलेवा हमला किया। इस दौरान डूंगरराम पुत्र सांवलराम गंभीर घायल हो गया। जोधपुर में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इस मामले मे घटना के बाद से आरोपी रूपाराम पुत्र भीमाराम निवासी डोली लंबे समय से फरार चल रहा था। मंगलवार को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर थानाधिकारी रेवंतसिंह भाटी मय जाप्ता ने डोली गांव में आरोपी केमकान में दबिश दी। पुलिस को देखकर वह भाग छूटा। पुलिस दल ने काफी दूर तक खेतों में उसका पीछा कर धर दबोचा। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। 

जाति छिपाकर कराई लड़की से शादी


जाति छिपाकर कराई लड़की से शादी
भीनमाल गलत जाति बताकर शादी करवाने और रुपए लेकर धोखाधड़ी करने के आरोप में पुलिस ने दो दलालों को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर तीन दिन की रिमांड पर लिया है। पुलिस के अनुसार गत 13 मार्च को मध्यप्रदेश राज्य के आंबेडकर कॉलोनी इंदौर निवासी पप्पू उर्फ विकास पुत्र हरीश सिरमोर (मराठी) और जेल रोड इंदौर निवासी राजकुमार पुत्र पूनम सिंह ठाकुर ने भीनमाल निवासी शैलेष पुत्र खीमराज कोठारी को एक जैन जाति की लड़की से उसकी शादी के बदले ढाई लाख रुपए की मांग की। जिस पर शैलेष ने दोनों दलालों को ढाई लाख रुपए नकद चुकाकर मड़ीमाता इंदौर निवासी दीपिका पुत्री बन्नेसिंह उर्फ सत्यनारायण से शादी की। शादी के दौरान दोनों दलालों ने लड़की की जाति जैन और राजकुमार ने स्वयं को लड़की का मामा होना बताया था। शादी के बाद लड़की बलाई जाति की निकली। इस प्रकार दोनों दलालों ने शैलेष के साथ जाति छिपाकर धोखाधड़ी की। पुलिस ने शैलेष की रिपोर्ट पर दोनों के विरुद्ध मामला दर्ज किया। साथ ही चौकी प्रभारी हुजूरखां द्वारा जांच के दौरान दोनों दलालों को सोमवार को इंदौर से गिरफ्तार कर मंगलवार को न्यायालय में पेश किया। जहां तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए।

पैसो के लेनदेन में युवक की हत्या








पैसो के लेनदेन में युवक की हत्या

जैसलमेर  जिले के मोहनगढ़ गांव से करीब 38 किलोमीटर दूर लठियार खड़ीन में पैसों के लेनदेन के मामले को लेकर एक व्यक्ति की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। मृतक के भाई ने इस संबंध में मोहनगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज करवाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर मंगलवार की देर शाम नामजद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उप अधीक्षक पहाड़सिंह राजपुरोहित ने बताया कि रूपसिंह पुत्र सूरतसिंह निवासी मंधा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि सोमवार की देर रात्रि में उसका भाई राणसिंह पुत्र सूरतसिंह (45) व जेठूसिंह मंधा से सुल्ताना की तरफ ट्रोली लेने जा रहे थे। रास्ते में लठियार खड़ीन के पास उन्होंने ट्रैक्टर रोका और राणसिंह खड़ीन मेें तेजाराम पुत्र चेनाराम (42)जाति बावरी से मोटरसाइकिल के पैसे लेने गया। उस दौरान जेठूसिंह ट्रैक्टर के पास ही खड़ा था। थोड़ी ही देर में खड़ीन से चिल्लाने की आवाज आई तो जेठूसिंह वहां पहुंचा। इस पर तेजाराम ने जेठूसिंह को भी मारने का प्रयास किया लेकिन जेठूसिंह वहां से भागकर गांव आ गया और इस मामले की सूचना दी। रिपोर्ट में बताया गया कि मौके पर जब मृतक का भाई व अन्य ग्रामीण पहुंचे तो राणसिंह अचेत अवस्था में पड़ा था और उसके सिर पर धारदार हथियार से वार किया हुआ था। उसे तत्काल मोहनगढ़ चिकित्सालय लाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने धारा 302 के तहत नामजद आरोपी तेजाराम को मंगलवार की देर शाम गिरफ्तारकर लिया।

अतिरिक्त महानिदेशक राजदीपसिंह ने जवानों के सैनिक सम्मेलन को भी संबोधित किया












पोकरण सीमा सुरक्षा बल पश्चिम (चंडीगढ़) के अतिरिक्त महानिदेशक राजदीपसिंह ने राजस्थान सीमांत मुख्यालय के दौरे के दौरान पोकरण स्थित सीमा सुरक्षा बल की 195 वीं वाहिनी के मुख्यालय का दौरा किया।दौरे के दौरान उन्होंने वाहिनी के गार्ड का निरीक्षण किया और उसके उपरांत उपस्थित अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने जवानों के सैनिक सम्मेलन को भी संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने सीमा सुरक्षा बल द्वारा किए गए विभिन्न कार्यों की सराहना की। साथ ही विभिन्न चुनौतियों के लिए हमेशा तैयार रहने को कहा। उन्होंने इस समय बल में जो नए नए किस्म के यंत्र और साजोसमान आ रहे हैं उस पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने जवानों की समस्याओं को भी सुना और उनका समाधान किया। अतिरिक्त महानिदेशक ने पोकरण से वापस जोधपुर के लिए रवाना हुए।

शिक्षित बन बच्चे समाज को नई दिशा देंगे : गोयल


शिक्षित बन बच्चे समाज को नई दिशा देंगे : गोयल

बाल मंदिर विद्यालय में प्रवेशोत्सव का आयोजन

बाड़मेरनिशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिनियम (आरटीआई) के तहत छात्र-छात्राओं को अब निजी विद्यालय में भी 25 प्रतिशत तक गरीब बच्चों को निशुल्क प्रवेश मिलेगा। शिक्षा अर्जित करने के बाद यही बच्चे आगे चलकर समाज को नई दिशा देने में अपनी अहम भूमिका अदा करेंगे।

ये उद्गार कलेक्टर गौरव गोयल ने मंगलवार को बाल मंदिर माध्यमिक विद्यालय में प्रवेशोत्सव के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने कहा इनमें से कोई प्रशासनिक अधिकारी बनेगा तो कोई डॉक्टर बन जन सेवा करेगा। कई बच्चे इंजीनियर बन समाज के उत्थान में अपनी भागीदारी निभाएंगे। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों से बच्चों को स्कूल भेजने का आग्रह किया। कार्यक्रम में बाल मंदिर शिक्षण समिति के अध्यक्ष धनराज जोशी ने कहा शहर का यह सबसे पुराना विद्यालय है तथा बेहतर शिक्षण व्यवस्था के चलते उद्देश्य प्राप्ति में सफल रहा हैं। संस्थान में शिक्षा की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाता बल्कि बच्चों के भविष्य को प्राथमिकता दी जाती है।प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी राज्य व जिले की मेरिट लिस्ट में छात्र-छात्राओं ने अपना स्थान बना कर संस्थान की विश्वसनीयता कायम रखी है। इसके लिए उन्होंने प्रतिभावान बच्चों को बधाई दी। जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वीराज दवे ने कहा कि ये बच्चे सौभाग्यशाली है जिन्हें कलेक्टर के हाथों प्रवेश पाने का अवसर मिला है।

राज्य सरकार ने रसोई गैस सिलेंडर 25 रुपए सस्ता कर दिया

जयपुर. महंगाई के खिलाफ बने चौतरफा दबाव को देखते हुए राज्य सरकार ने मंगलवार देर रात रसोई गैस सिलेंडर 25 रुपए सस्ता कर दिया है। रसोई गैस पर वैट नहीं है, इसलिए सरकार सब्सिडी देगी। वहीं डीजल पर 54 पैसे प्रति लीटर की राहत दी गई है।

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में केरोसिन को पूरी तरह वैट मुक्त किया गया है। केरोसिन पर 14 प्रतिशत वैट था। ये फैसले तत्काल प्रभाव से लागू हो गए हैं। हालांकि सरकार ने पेट्रोल पर किसी प्रकार की राहत नहीं दी है। अब गैस सिलेंडर 373.05 रुपए में तथा डीजल 42.90 रुपए प्रति लीटर मिलेगा। अभी तक बीपीएल को मिलने वाला केरोसिन ही वैट मुक्त था। अब इसे पूरी तरह वैट मुक्त कर दिया गया है। इसका फायदा सभी वर्ग के लोगों को मिलेगा। मुख्यमंत्री गहलोत ने देर रात अपने निवास पर राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई।

बैठक में सभी मंत्रियों ने कीमतें घटाने बारे में फैसला करने के लिए वित्त मंत्री होने के नाते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ही अधिकृत कर दिया। बैठक में तय किया गया कि केंद्र ने डीजल की दरों में 3 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि की है। इस पर राज्य में 18% की दर से 54 पैसे वैट बनता है। सरकार यह पैसा नहीं वसूलेगी। उल्लेखनीय है कि हाल ही केंद्र ने रसोई गैस 50 रुपए प्रति सिलेंडर, डीजल पर 3 रुपए प्रति लीटर और केरोसिन पर 2 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि की थी। इसी तरह रसोई गैस सिलेंडर पर वृद्धि का भार आम गृहिणी पर देखते हुए 25 रुपए की सब्सिडी देने का फैसला किया गया।

फिर भी 2510 करोड़ की कमाई: राज्य सरकार को डीजल पर वैट के रूप में सालाना करीब 2550 करोड़ रुपए की राजस्व प्राप्ति होती है। फिलहाल सरकार ने इसमें से करीब 40 करोड़ रुपए की ही राहत दी है।

देर रात इसलिए लिया फैसला: डीजल, रसोई गैस और केरोसिन के बढ़े दामों में देर रात राहत देने के फैसले के पीछे भी राजनीतिक मजबूरियां हैं। दरअसल, बुधवार को राज्यभर के कांग्रेस कार्यकर्ता जन जागरण रैली के लिए जयपुर में जुट रहे हैं। महंगाई पर मुख्यमंत्री गहलोत को इन कार्यकर्ताओं के सवालों के जवाब देने पड़ते। इस रैली में दिल्ली से भी कांग्रेस नेता आ रहे हैं, इसलिए 10 जनपथ को भी यह संदेश देना था कि महंगाई के कारण घट रही लोकप्रियता को फिर से पटरी पर लाने के प्रयास हो रहे हैं। कीमतें कम करके विपक्ष का बढ़ता दबाव भी दूर करने का प्रयास किया है।

सांसदों और विधायकों का भी दबाव: पहले पेट्रोल और बाद में डीजल तथा रसोई गैस की कीमतों में हुई वृद्धि के बाद राज्य सरकार पर कीमतें कम करने के लिए सत्तापक्ष के सांसदों और विधायकों का भी दबाव बन रहा था। इसकी वजह यह थी कि पार्टी के घोषणा पत्र में वैट को कम करने का वादा किया गया था। सत्तापक्ष से जुड़े अन्य जनप्रतिनिधि भी चुनावी वायदा याद दिलाकर मुख्यमंत्री से वैट दरों में कमी करने की मांग कर रहे थे।

प्रोफेसर ने दक्षिणा में मांगी 'किस',नहीं मिली तो पॉर्न फोटो बना लड़की के घर भेजा


जयपुर. सीकर के बाद अब राजस्थान यूनिवर्सिटी में भी ‘सेक्स ब्लैकमेलिंग’ का सनसनीखेज मामला सामने आया है। फिजिक्स डिपार्टमेंट की एक शोध छात्रा ने दो सहायक प्रोफेसरों के खिलाफ अस्मत मांगने तथा यौन शोषण के प्रयास का मामला दर्ज कराया है।
गांधीनगर थाना पुलिस ने मंगलवार दिनभर पूछताछ के बाद मुख्य आरोपी सहायक प्रोफसेर ऋषि कुमार (आरके) सिंघल को देर रात गिरफ्तार कर लिया। दूसरे सहायक प्रोफेसर एसएन डोलिया की भूमिका के मामले की पुलिस जांच कर रही है। हालांकि राजस्थान यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पीड़िता की शिकायत पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। डीसीपी जयपुर शहर (पूर्व) महेन्द्र सिंह ने बताया कि बयाना निवासी शोध छात्रा ने अपनी शिकायत में बताया कि वह प्रोफेसर सिंघल के मार्गदर्शन में पीएचडी कर रही है।
फरवरी में जब वह लैब में गई तो प्रोफेसर अकेले मिले। उन्होंने पीचएडी पूरी होने की बधाई दी तथा कहा कि अब मिठाई तो खिला दो। छात्रा ने मिठाई लाने की बात कही तो सिंघल ने कहा कि उनके लिए तो चुंबन ही मिठाई है। इसका विरोध करते हुए छात्रा घर चली गई और करीब चार दिन बाद वापस आई तो लैब में सिंघल ने फिर कहा कि किस देना ही उसकी दक्षिणा है।
पोर्न फोटो बनाकर छात्रा के घर भेजा: पीड़िता का आरोप है कि जब वह बार बार विरोध करती रही तो सिंघल ने कई बार उसे ब्लैकमेल करने का प्रयास किया। सिंघल की नीयत इस कदर बिगड़ गई कि बदनाम करने के लिए उसके चेहरे के साथ पोर्न फोटो नेट से तैयार कर उसके घर तथा नई नौकरी वाले कार्यालय में पोस्ट कर दिया। इसके बाद ही घरवालों को इस सारे मामले का पता चला। छात्रा ने जब शिकायत करने की धमकी दी तो सिंघल ने छात्रा की एक फोटो खुद के घर भी पोस्ट करवा दी ताकि कोई शक न करे।
छात्रा ने दो बार की विश्वविद्यालय में शिकायत: छात्रा ने इस मामले में दो बार विश्वविद्यालय प्रशासन से लिखित में शिकायत की, लेकिन उसको दबा दिया गया। इसके उलट सहायक प्रोफेसर को जरूर बता दिया कि उनके खिलाफ छात्रा ने शिकायत की है। बचाव में सिंघल ने भी छात्रा पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगा कर विश्वविद्यालय में सफाई पेश कर दी थी।
राजीनामा का बनाया दबाव: इस दौरान सिंघल ने इटली जाने से पहले अपने एक अन्य साथी सहायक प्रोफेसर को छात्रा तथा उसके बीच राजीनामा करवाने के लिए कहा, लेकिन छात्रा ने इनकार कर दिया।

Bejal Khan Maher TharMusic.Sindh

GEET GATA CHAL TITLE SONG PART-1

Geet Gata Chal O Saathi .........

Tera Pal Pal Bita Jaye Re (by- Mridul shastri ji)

मंगलवार, 28 जून 2011

भिड़ंत के बाद गुस्साई भीड़ ने रोका रास्ता




जोधपुर। सूरसागर बाइपास पर मंगलवार सुबह एक बाइक पर सवार युवक-युवती को ट्रैक्टर ने चपेट में ले लिया। जिससे दोनों घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने युवती को अस्पताल में भर्ती करवाया। हादसे के बाद क्षेत्रवासियों ने स्पीड ब्रेकर लगवाने की मांग करते हुए मुख्य सड़क पर पत्थर रखकर रास्ता जाम कर दिया। लोगों ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। आखिरकार, मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाकर रास्ता खुलवाया।
सूरसागर थानाधिकारी वीरेंद्रसिंह ने बताया कि तनवाडिया बेरा गेंवा निवासी अमृतलाल और उसकी रिश्तेदार जयश्री पुत्री रतनसिंह बाइक पर सूरसागर बाइपास से गुजर रहे थे। इसी दौरान एक ट्रैक्टर ने उनकी बाइक को चपेट में ले लिया। इससे जयश्री घायल हो गई। उसे लोगों ने अस्पताल में भर्ती करवाया। इससे क्षुब्ध क्षेत्रवासी दोपहर तक काफी संख्या में एकत्र हुए और रास्ते पर पत्थर व अन्य सामग्री डालकर जाम कर दिया।
उनका कहना था कि स्पीड ब्रेकर नहीं होने की वजह से यहां आए दिन हादसे हो रहे हैं। रास्ता जाम होने की सूचना पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस दौरान लोगों ने रास्ते पर टायर जलाए। पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद लोगों ने रास्ता खोला। दुर्घटना थाना (पश्चिम) पुलिस ने ट्रैक्टर जब्त चालक की तलाश शुरू कर दी है।

भारत ने 14 पाक कैदियों को वतन भेजा

भारत ने 14 पाक कैदियों को वतन भेजा
 



अटारी। भारत ने उसकी विभिन्न जेलों में बंद 14 पाकिस्तानी कैदियों को उसके देश वापस भेज दिया है।इनमें से 10 पाकिस्तानी मछुआरे भी शामिल हैं।

पाकिस्तानी उच्चायोग द्वारा इमरजेंसी ट्रैवल सर्टिफिकेट जारी किए जाने के बाद सभी 14 कैदियों को मंगलवार को अटारी बाघा बॉड्रर के रास्ते पाकिस्तानी सीमा में प्रवेश दिया गया। इनमें से 10 मछुआरे गुजरात की जेलों में बंद थे । 2 पाकिस्तानी जम्मू कश्मीर की जेल जबकि एक-एक कैदी महाराष्ट्र व पंजाब की जेलों में कैद थे। सभी को अवैध तरीके से भारतीय सीमा में प्रवेश करने के आरोप मे गिरफ्तार किया गया था। 

बलात्कार पीडिता को सरकार देगी 2 लाख रूपए

बलात्कार पीडिता को सरकार देगी 2 लाख रूपए 
 

नई दिल्ली। केंद्र सरकार बलात्कार पीडितों को मुआवजा देने के लिए एक अगस्त से एक योजना की शुरूआत करेगी।

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ ने कहा कि इस योजना को मंजूरी मिल गई है और इसके लिए बजट उपलब्ध करा दिया गया है। इस योजना की शुरूआत एक अगस्त से करने का निर्णय लिया गया है। इस योजना का उद्देश्य वित्तीय मदद और सहयोग सेवाएं के जरिए बलात्कार पीडितों को एक नव जीवन प्रदान करना होगा।

मंत्रालय से जारी एक बयान में कहा गया कि इस क्षति शारीरिक एवं मानसिक दोनों की भरपाई हालांकि वित्तीय मदद की किसी भी राशि से पूरी तरह नहीं की जा सकती। इस योजना के जरिए बलात्कार पीडिता को इस योग्य बनाना है ताकि वह अपनी मानसिक दशा के साथ सहयोग और जरूरतों को पूरा कर सके।

इस योजना के तहत पीडिता को दो लाख रूपए दिए जाएंगे जबकि विशेष परिस्थितियों में इस बढ़ाकर तीन लाख रूपए भी किया जा सकता है। 

हॉलैंड में पशुओं को "हलाल" करने पर बैन

हॉलैंड में पशुओं को "हलाल" करने पर बैन 
 




एम्स्टर्डम। हॉलैंड की संसद ने एक महत्वपूर्ण फैसले में पशुओं के हलाल किए जाने या कोशर किए जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। संसद के इस फैसले से इस्लामी और यहूदी समुदाय में काफी नाराजगी है।

हॉलैंड की सबसे छोटी "एनिमल राइट पार्टी" ने यह बिल संसद में रखा जिस पर मंगलवार को वोटिंग की गई। निचले सदन में इसे बहुमत से पारित कर दिया गया लेकिन कानून बनने से पहले अभी इस विधेयक को उच्च सदन में पास होना जरूरी है।

बिल में कहा गया है कि किसी भी बूचड़खाने में पशु को मारने से पहले उसे अचेत किया जाना चाहिए। जबकि इस्लामी परंपरा में प्रयोग किए जाने वाली हलाल प्रथा व यहूदी रस्मों की कोशर प्रथा में पशुओं को तड़पा-तड़पा कर मारा जाता है। इन तरीकों से पशुओं को बेहद दर्द होता है। बिल में कहा गया है कि धार्मिक स्वतंत्रता को असीमित नहीं रखना चाहिए। जब किसी मनुष्य या जीव पर अत्याचार हो रहा हो वहां पर सभी धार्मिक स्वतंत्रता और भावनाएं रोक देनी चाहिए।

डच संसद के फैसले पर यहूदी समुदाय व इस्लामी समुदाय में काफी रोष है। गौरतलब है कि हॉलैंड में करीब 10 लाख मुस्लिम और 40 हजार यहूदी लोग रहते हैं। 

शराब के लिए 15 हजार में बेच दी बीवी

शराब के लिए 15 हजार में बेच दी बीवी 
 

कोच्चि। केरल के कासरागोड जिले में एक शराबी व्यक्ति ने शराब का खर्चा निकालने के लिए मात्र 15 हजार रूपए में ही अपनी पत्नी को बेच डाला। महिला की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है।

महिला का आरोप है कि रबर टैपिंग का काम करने वाले उसके पति प्रसाद ने अपने ही दोस्त मनोज को उसे मात्र 15 हजार रूपए में बेच दिया। प्रसाद ने जनवरी 2011 में यह सौदा शराब का खर्चा चुकाने के लिए किया था। पीडिता ने प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट की अदालत में इस बात की शिकायत की जिसके बाद पुलिस ने प्रसाद को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया और उसे 14 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया।

महिला ने आरोप लगाया कि मनोज और प्रसाद रोजाना याराब पीकर आते थे और उसका सौदा हो जाने के बाद कई बार दोनों ने उसका रेप किया। मनोज अभी भी फरार चल रहा है। 

अगले क्रिकेट विश्वकप में खेलेंगे 14 देश




अगले क्रिकेट विश्वकप में खेलेंगे 14 देश 
 

नई दिल्ली। साल 2015 के क्रिकेट विश्वकप में 14 देश ही खेलेंगे। आईसीसी मौजूदा दस देशों के अलावा चार अन्य एसोसिएट टीमों को भी अगले क्रिकेट विश्वकप में शामिल करने पर सहमत हो गई है। हांगकांग में आईसीसी की सालाना बैठक में इस पर सहमति बनी। आईसीसी की सहमति के बाद हॉलैण्ड और आयरलैण्ड जैसे देशों की टीमों को भी अगले विश्वकप में खेलने का मौका मिलेगा।

गौरतलब है कि अप्रेल में आईसीसी ने चार एसोसिएट टीमों को अगले विश्वकप में शामिल करने से मना कर दिया था। उस समय आईसीसी का तर्क था कि 14 टीमों के विश्वकप खेलने से टूर्नामेंट काफी लंबा हो जाएगा। आईसीसी के इस फैसले का एसोसिएट टीमों ने भारी विरोध किया था।
 

अब आतंकियों की सुनवाई सेंट्रल जेल में होगी




जोधपुर। जम्मू कश्मीर के रास्ते भारत में घुसपैठ करने के आरोपी 11 पाकिस्तानी व अफगानी नागरिकों की बुधवार को सेंट्रल जेल में पेशी होगी। अपर जिला व सत्र न्यायाधीश अनूप सक्सेना सेंट्रल जेल में स्थित अदालत परिसर में सुबह 10.30 बजे से सुनवाई करेंगे। इससे पहले सुनवाई के लिए इन आंतकियों को अदालत ले जाना पड़ता था, जिसमें सुरक्षा बलों को खासी मशक्कत करनी पड़ती थी।

पाक व अफगानी नागरिकों के न्यायमित्र अधिवक्ता मनीष व्यास के साथ जम्मू कश्मीर सरकार के लोक अभियोज के मौजूद रहने की संभावना है। गौरतलब है कि आतंकियों की पिछली सुनवाई पर 10 जून 2011 को बिना सूचना दिए लोक अभियोजक इश्तियाक एहमद के गैर हाजिर रहने पर अदालत ने नाराजगी जताते हुए जम्मू कश्मीर सरकार को पत्र लिख कर उनके विरुद्ध उचित कार्यवाही करने को कहा था। पिछली पेशी पर साथ ही अदालत ने बार बार बुलाए जाने के बावजूद पेशी पर नहीं आने वाले बीएसएफ के पूर्व डीआईजी सीवी राव को भी जमानती वारंट जारी कर अदालत में तलब किया था।

कुख्यात तस्कर कल्ला खान सात जुलाई तक न्यायिक हिरासत मैं


कुख्यात तस्कर कल्ला खान सात जुलाई तक न्यायिक हिरासत मैं 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले में हथियारों आर डी एक्स  की तस्करी में ए टी एस द्वारा गिरफ्तार किये गए इनामी कुख्यात तस्कर कल्ला खान को न्यायलय ने सात जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया हें .ए टी एस के सूत्रों ने बताया की कल्ला खान की रिमांड अवधि मंगलवार को ख़तम होने पर आज उसे पुनः न्यायलय में पेश किया जन्हा उसे सात दिन की न्यायिक  हिरासत में भेजने के आदेश न्यायाधीश ने दिए,उन्होंने बताया की रिमांड अवद्शी में कल्ला खान से  पूछताछ  के दौरान  महत्वपूर्ण सुराग मिले हें.जो तस्करों के नेटवर्क तक पंहुचने  में मददगार  होंगे 
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बेरहम टीचर का कहर, बेहोश हुई 7 छात्राएं

बेरहम टीचर का कहर, बेहोश हुई 7 छात्राएं 
 

जमशेदपुर। देश के प्रमुख औद्योगिक नगर जमशेदपुर में मंगलवार को एक नामीगिरामी स्कूल में एक शिक्षक ने छात्राओं की बेरहमी से पिटाई की जिससे सात बेहोश हो गई और उन्हे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। हालांकि स्कूल ने घटना के तत्काल बाद दोषी शिक्षक को निलंबित कर दिया।

नगर के पॉश इलाके सीएच एरिया स्थित बेल्डीह चर्च स्कूल की प्रभारी सह उप प्रधानाध्यापक श्रीमती एस.पी. साहू ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि दोषी शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है तथा इस पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच की जा रही है।

पिटाई और सजा का शिकार हुए सात छात्रों में से पांच की स्थिति प्राथमिक उपचार के बाद ठीक है जबकि दो को बेहतर इलाज की जरूरत है। इस बीच, बताया गया है कि कक्षा नौ की इन सभी छात्राओं को उक्त शिक्षक ने बेरहमी से पीटने के बाद कक्षा से बाहर खड़ा कर दिया था। जिसके बाद वे बेहोश हो गई। सभी को यहां टाटा मेन अस्पताल में भर्ती कराया गया। 

औरत खरीदने को करा दो बेटियों का सौदा

औरत खरीदने को करा दो बेटियों का सौदा 
 

हरदोई। उत्तर प्रदेश में हरदोई के बेहटा गोकुल इलाके का रहने वाला नन्हें अपने लिए औरत खरीदना चाहता था इसलिए उसने अपनी दो बेटियों का सौदा कर दिया। बाप बेटी के रिश्ते पर बदनुमा दाग लगा देने वाली इस घटना में यदि उसकी दस साल की बेटी मानसी और आठ साल की रामवती ने हिम्मत नहीं दिखाई होती और पुलिस को सच नहीं बताया होता तो वह किसी ऎसे व्यक्ति के हवस का शिकार हो गई होती जिसने उसे खरीदा था। आरोपी बाप फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। लड़कियों की मां की मृत्यु हो चुकी है।

पुलिस ने मंगलवार को बताया के बेहटा गोंकुल इलाके के रामपुर रहोलिया गांव से सूचना मिली थी कि कुछ लोग दलित बिरादरी की मानसी और रामवती को टेम्पों पर बिठा कर कहीं ले जा रहे हैं। पुलिस आती इससे पहले ही गांव वालों ने सभी को पकड़ लिया। पुलिस दोनों लड़कियों और उन्हें खरीदने वाले व्यक्ति को थाने ले गई। नन्हे की दोनों बेटियों ने पुलिस को बताया कि उसका बाप अपने लिए एक औरत खरीदना चाहता था क्योंकि उसकी मां का देहान्त हो चुका है।

नन्हे की चार संतान हैं जिसमें दो लड़के हैं। उसकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। उसके पास इतने पैसे नहीं हैं कि वह दूसरी शादी कर सके। इसीलिए उसने औरत खरीदने के लिए पैसे जुटाने के वास्ते दोनों बेटियों को बेच दिया। दोनों बच्चियों ने पुलिस को बताया कि उसके बाप ने तीन दिन पहले कहा था कि कुछ लोग टेम्पो से आएंगे और दोनों को उनके साथ जाना है चाहे वह घर पर हो या नहीं। दोनों बçच्चयां सोमवार को खरीदार के साथ जा रही थीं कि गांव वालों ने उन्हें रोक लिया।

देहात कोतवाली के गोदाई गांव के रहने वाले राजकुमार ने कहा कि नन्हें ने अपनी दोनों बेटियों की शादी का वादा उसके लड़कों के साथ किया था और दोनों की उम्र 17 और 18 साल बताई थी। वह दोनों को देखने आया था लेकिन वह इस बात का कोई जवाब नहीं दे सका कि वह उन्हें अपने साथ क्यों ले जा रहा था। पुलिस उपाधीक्षक राघवेन्द्र मिश्र ने कहा कि सभी लोगों से पूछताछ की गई है। पुलिस नन्हे की तलाश कर रही है। 

कुत्ते का दाह संस्कार कर बनवा लिया पिता का डेथ सर्टिफिकेट


कुरुक्षेत्र ।। एनआरआई पिता के बीमे की राशि हड़पने के मकसद से उसके बेटे ने पिता का दाहसंस्कार से लेकर पिंडदान तक कर डाला। उसने पिता का डेथ सर्टिफिकेट बनवाने में भी संकोच नहीं किया, लेकिन क्लेम मिलने से पहले ही जालसाजी से पर्दा उठ गया और युवक को गिरफ्तार कर लिया गया।

मामला थाना पिहोवा क्षेत्र का है। जांच अधिकारी फूल सिंह ने बताया कि 23 जनवरी को दिल्ली निवासी चेतन ओबराय व 6 अन्य के खिलाफ फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनवाने का मामला दर्ज किया गया था। बकौल चेतन, अमेरिका में रहने वाले उसके एनआरआई पिता जनकराज ओबरॉय 22 जून 2010 को सरस्वती घाट पिहोवा आए थे, जहां उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई थी।

इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई गई, तो फर्जीरवाड़े में पिहोवा श्मशान घाट के पुरोहित रामलाल को भी शामिल पाया गया। उसने रजिस्टर में लिखा है कि जनकराज का अंतिम संस्कार पिहोवा के पुरोहित हेमंत ने करवाया। गवाह के तौर पर पिहोवा के ही सतपाल नामक पंडे के साइन भी हैं। इन लोगों ने पिहोवा नगरपालिका के तत्कालीन चेयरमैन महंत तरुण दास को भी घटना में शामिल कर लिया, जिन्होंने जनकराज के डेथ सर्टिफिकेट वाली फाइल पर साइन किए। हालांकि तरुण दास का कहना है कि वह चेतन को नहीं जानते। उन्होंने बतौर गवाह उनके पास आए पिहोवा के ही एक व्यक्ति के कहने पर ये साइन किए थे।

फूल सिंह के अनुसार, चेतन दिल्ली के विकासपुरी में रहता है और गुड़गांव के एक कॉल सेंटर में काम करता है। उसके बडे़ भाई हर्ष ओबराय भी अमेरिका में एनआरआई हैं। जनकराज आज भी उन्हीं के साथ रहते हैं। चेतन को पता था कि उसके पिता का अमेरिका में 50 लाख रुपये का बीमा है। फर्जीवाडे़ में चेतन के ताऊ राजेंद्र और एक रिश्तेदार मनोज भाटिया भी शामिल हैं। उच्चस्तरीय जांच में यह भी मालूम हुआ है कि पिहोवा के श्मशान घाट में दाहसंस्कार तो हुआ, लेकिन दिखावे के तौर पर एक कुत्ते का किया गया। पिहोवा थाना प्रभारी यशवंत सिंह यादव ने बताया कि चेतन को सोमवार को अदालत में पेश करके एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

नाग-नागिन की अठखेलियां बनी कौतूहल का विषय


























हिसार. आजाद नगर के बूस्टिंग स्टेशन में सोमवार शाम साढ़े पांच बजे नाग व नागिन की अठखेलियां कौतूहल का विषय बनी रहीं।

 इस जोड़े को सबसे पहले जलघर के पास स्थित अपने मकान की छत पर खड़े नरेंद्र शर्मा ने देखा और देखते ही देखते बूस्टिंग स्टेशन में इसे देखने वालों की भीड़ जमा हो गई। आजाद नगर के संदीप ढांडा ने इस जोड़े की अठखेलियों को अपने कमरे में कैद किया। पांच से छह फुट लंबा यह जोड़ा करीब बीस मिनट तक यहां रहा और बाद में झाड़ियों में चला गया।