गुरुवार, 24 फ़रवरी 2011

राजस्थानी भाषा को प्राथमिक शिक्षा से पाठ्यक्रम में लागू किया जाए


राजस्थानी भाषा मान्यता अभियान को मिल रहा जबरदस्त समर्थन
राजस्थानी भाषा को प्राथमिक शिक्षा से पाठ्यक्रम में लागू किया जाए


बाड़मेर। राजस्थानी भाषा को मान्यता देने की मांग लेकर कृष्णा संस्था, संकल्प एज्यूकेशनल एण्ड सोशियल डवलपमेंन्ट सोसायटी तथा गु्रप फोर पीपुल्स द्वारा राजस्थानी भाषा मान्यता सघर्ष समिति बाड़मेर चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान के प्रति थारवासियों का सम्मान दिन ब दिन ब़ता जा रहा है। अभियान के सातवें दिन थार के सैकड़ो छात्रछात्राओं ने हस्ताक्षर कर अपना समर्थन व्यक्त किया वही छात्रछात्राओं ने एक स्वर में राजस्थानी भाषा को प्राथमिक शिक्षा स्तर से ही पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने की बात कही।
बुधवार की रोज छात्रछात्राएं समुह के रूप में अपने हस्ताक्षर कर अभियान की समर्थन दिया। छात्र सवाई चारण ने बैनर पर समर्थन में लिखा कि इण रो इतिहास अनूठा है इण माय मूलक की भाषा है, चंहुकू चावी में लावी आ तो राजस्थानी भाशा है। छात्र चारण ने कहा कि मायड़ भाषा राजस्थानी ने प्रदेश की सरकार पैली कक्षा से पाठ्यक्रम में सम्मिलित करनी चाइयें। इण बगत राजस्थानी भाषा रे साथे भेदभाव के कारण संस्कृति और भाषा विरासत खत्म होने की कगार माथे है। छात्रा गायत्री ने कहा कि अंग्रेजी स्कूलों में पने के बावजूद छात्रछात्राऐं अपनेअपने घरों में मायड़ भाषा का ही उपयोग आम बोली चाली में करते है। राजस्थानी भाषा को विरासत एक ही दशा में बच सकती है इसे पाठ्यक्रम के रूप में सम्मिलित किया जाए। छात्रों ने एक स्वर में जय राजस्थान, जय राजस्थानी, अपणों राजस्थान आपणी राजस्थान की जयजय कार कर अपने हस्ताक्षर कर अभियान को समर्थन दिया।भीम विद्या मन्दिर स्कूल के व्यवस्थापक प्रेम परिहार नें बताया कि छात्र छात्राऐ अीियान का हिस्सा बन कर गोरवान्वित महसू कर रहे हैं।ं समिति के संयोजक रिड़मलसिंह दांता ने बताया कि समिति राजस्थानी भाषा के प्रति आमजन में जागरूकता लाने के उद्देश्य से छात्रछात्राओं की मेराथन रैली का आयोजित किया जाएगा। साथ ही राजस्थानी भाषा के नुक्कड़ नाटकों का आयोजन भी किया जाएगा।
अभियान के सातवे दिन बुधवार को छात्रछात्राओं ने हस्ताखर कर अभियान को समर्थन दिया। वही कमठा मजदूर यूनियन के अध्यक्ष लक्ष्मण वडेरा ने भी अभियान के समर्थन की घोषणा की समिति के चन्दनसिह भाटी ने कहा कि थारवासियों में जागरूकता के लिये सामुहिक रूप से एक दिन का उपवास भी रखा जाएगा ताकि राजस्थानी भाषा के साथ आमजन से सीधा जुड़ाव है। संकल्प संस्था सचिव विजय कुमार ने कहा कि जिले में चल रही जनगणना में लगे कार्मिक प्रथम भाषा के रूप में राजस्थानी दर्ज कर अपना फर्ज निभाऐं। उन्होने कहा कि शहरी क्षैत्र में समस्त वार्डो के पार्षदों से मिली जानकारी के अनुसार शहरवासियों ने अपनी गणना के दौरान प्रथम भाषा के रूप में राजस्थानी ही दर्ज कराई है। अभियान के कारण लोगो में राजस्थानी भाषा के प्रति जागरूकता आई है। पार्षद सुरतानसिंह देवड़ा ने बताया कि सभी पार्षद अपनेअपने वार्डो में प्रथम भाषा के रूप में राजस्थानी भाषा दर्ज करा रहे है। युवा कांग्रेस के शहर अध्यक्ष दुर्गादास राठौड़ ने युवाओं से अपील की है कि जनगणना में प्रथम भाशा के रूप में राजस्थानी दर्ज कराए।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें