रविवार, 25 अप्रैल 2010

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24 दिन में 70 हिरणों की मौत

भीषण गर्मी में पानी और भोजन की तलाश में भटकते वन्यजीव आवारा कुत्तों व सड़क दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। अप्रैल महीने में 24 दिन में जोधपुर के जिले में 70 हिरणों की मौत हो चुकीं है। यह भी केवल रैस्क्यू सेंटर तक घायल अवस्था में पहुंचने वाले हिरणों के आंकड़े हैं, आधे हिरण तो मौके पर ही दम तोड़ देते हैं।

पानी व भोजन की कमी से वन्यजीवों के सामने संकट पैदा हो गया है। पानी की सूखी खेलियों और हरे चारे की कमी के चलते वन्यजीव आवासीय क्षेत्रों की ओर रुख कर रहे हैं। वन्यजीव सड़क पर आते हैं, जहां वाहनों की टक्कर और आवारा कुत्ते उन पर हमला कर उन्हें घायल कर देते हैं।




विश्नोई कमांडो फोर्स के अध्यक्ष पुखराज विश्नोई ने बताया कि वन्यजीवों के प्रति वन विभाग गंभीर नहीं है। हिरणों के मरने की संख्या में बढ़ोतरी सरकार के लिए घातक है। विश्नोई ने कहा कि पश्चिमी राजस्थान में लगातार हो रहे शिकार के बावजूद विभाग नींद में सोया है।




गर्मी के साथ बढ़े मामले




जोधपुर के निकट गुढ़ा विश्नोइयां, जाजीवाल, रूड़कली, हेमनगर-जोलियाली, धोरीमन्ना, बनाड़, ओसियां व सालोड़ी जैसे हिरण बहुल क्षेत्रों में विचरण करने वाले वन्यजीवों के सामने गर्मी बढ़ने से भोजन और पानी का संकट गहरा गया है। इससे पहले जोधपुर जंतुआलय के रैस्क्यू सेंटर में एक महीने में यह आंकड़ा 15 को भी नहीं छू रहा था।




जनवरी से मार्च तक स्थिति




वन विभाग में दर्ज आंकड़ों के अनुसार जनवरी में 11, फरवरी में 13 व मार्च में 12 घायल हुए हिरणों की मौत हुई।




मामले की जांच होगी




वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए सरकार हर तरह के प्रयास कर रही है। 2४ दिन में 70 हिरण मरना मुझे मालूम नहीं था। मामले की जांच करवाता हूं।




- रामलाल जाट, वन एवं पर्यावरण मंत्रh

. बाड़मेर
सुबह शहर के नेहरुनगर क्षेत्र स्थित तीन किराणे की दुकानों पर छापा मारकर आबकारी दल ने करीब पांच लाख रुपए की अवैध शराब बरामद की। इससे पूर्व नेहरु फाटक के निकट अवैध शराब बेचने की फिराक में घूम रहे दो लोगों को पकड़कर उनसे अवैध शराब के 21पव्वे बरामद किए। इस कार्रवाई में आबकारी दल ने एक किराणा व्यापारी को अवैध शराब बेचने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया जबकि दो अन्य व्यापारियों की तलाश जारी है। जिला आबकारी अधिकारी कोजाराम ताडा ने बताया कि शनिवार सुबह नेहरु नगर स्थित तीन किराणे की दुकानों में बारी-बारी से छापा मार यहां अवैध रूप से बिक्री के लिए रखी शराब बरामद की इस कार्रवाई में तीनों दुकानों से अवैध अंग्रेजी शराब की 780 बोतल, 5 हजार 808 पव्वे तथा बीयर की 168 बोतलें बरामद कर मेघसिंह पुत्र ओमसिंह नामक एक व्यापारी को गिरफ्तार किया गया। जबकि अवैध शराब बेचने के दो अन्य आरोपी प्रेमसिंह पुत्र मेहताब सिंह व प्रेमसिंह पुत्र भैरूसिंह भायल मौके से नदारद थे इनकी तलाश शुरू कर दी गई है। उधर आबकारी दल ने एक अन्य कार्रवाई में शहर के नेहरू फाटक के पास अवैध शराब बेचने की फिराक में घूम रहे त्रिलोकाराम के कब्जे से 12 पव्वे तथा अचलाराम के कब्जे से 9 पव्वे अवैध शराब बरामद कर दोनों गिरफ्तार कर लिया। उपनिदेशक प्रवर्तन आबकारी दईदानसिंह भाटी के नेतृत्व में आबकारी दल के स्टॉफ ने कार्रवाई को अंजाम दिया।

अवैध शराब के व्यापारियों में मचा हड़कंप

शनिवार को शहर के नेहरु नगर क्षेत्र में आबकारी दल की कार्रवाई से अवैध शराब बेचने वाले व्यापारियों में हड़कंप मच गया। इससे नेहरु नगर से जोधपुर रोड तक चोरी छिपे अवैध शराब बेचने वाले कई व्यापारी दुकान बंद करके भाग छूटे।

बालोतरा. पांच साल से फरार स्थायी वारंटी गिरफ्तार: पुलिस ने पांच वर्ष से फरार एक स्थायी वारंटी को गिरफ्तार कर एसीजेएम कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार हैड कांस्टेबल चुतराराम मय जाब्ता मारपीट के मामले में पांच साल से फरार चल रहे स्थायी वारंटी लूणाराम पुत्र दलाराम भील निवासी मेवानगर को शनिवार को गिरफ्तार किया। पुलिस दल ने मुखबिर की इत्तला पर उसके गांव में दबिश देकर उसे पकड़ा।
महिला व्याख्याता ने छात्रा का गला दब
बाड़मेर. स्थानीय गल्र्स कॉलेज में शनिवार सुबह परीक्षा दे रही एक छात्रा व महिला व्याख्याता के बीच नकल प्रकरण को लेकर हुई तकरार से परीक्षा दे रही छात्रा बेहोश हो गई। आनन-फानन में कॉलेज के प्राचार्य व अन्य शिक्षक उसे स्टाफ रूम में लेकर आए और मुंह पर पानी के छींटे देकर जैसे-तैसे होश में लाए।




तब कहीं छात्रा होश में आई और वापिस परीक्षा दे पाई। पुलिस ने बताया कि छात्रा गंगा पत्नी प्रहलादराम ने मामला दर्ज करवाया कि शनिवार को वह गल्र्स कॉलेज में बीए प्रथम वर्ष की लोक प्रशासन विषय की परीक्षा देने सुबह 7 बजे कॉलेज गई थी। 7.15 बजे जब वह परीक्षा दे रही थी, तभी उड़न दस्ते में शामिल व्याख्याता मृनाली चौहान ने नकल करने के शक पर उससे पूछताछ की और उसे धमकाते हुए मारपीट शुरू कर दी।




उसने मारपीट का विरोध किया तो व्याख्याता ने उसका गला दबाकर उसे धक्का दे दिया। इससे वह बेहोश होकर नीचे गिर गई। थोड़ी देर बाद जब उसे होश आया तो वह स्टाफ रूम में थी जहां अन्य व्याख्याताओं ने उसके मुंह पर पानी के छींटे डाले तो उसे होश आया, तब तक परीक्षा का आधा समय बीत चुका था। प्रिंसीपल आरपी. माथुर ने बताया कि छात्रा के पास किसी तरह की नकल सामग्री नहीं मिली।




छात्रा का आरोप मेरे साथ हुई मारपीट




नकल के शक पर व्याख्याता मृनाली ने मेरे साथ मारपीट की और गला दबा दिया। इससे मैं बेहोश हो गई और परीक्षा के आधे समय मैं परीक्षा नहीं दे सकी।




- गंगा, परीक्षार्थी, बीए प्रथम वर्ष




व्याख्याता की सफाई कागज निगल गई छात्रा




सुबह 7.15 बजे जब मैंने छात्रा गंगा को नकल करते हुए देखा, तो उसके पास गई। इस पर उसने नकल के कागज को निगल लिया और घबराकर बेहोश सी हो गई। मैंने छात्रा के साथ कोई मारपीट नहीं की।

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